प्रबीर हो जयी बनो- जय हिन्द कहे चलो, तुम भारत के वीर हो बढ़े चलो बढ़े चलो। प्रबीर हो जयी बनो- जय हिन्द कहे चलो, तुम भारत के वीर हो बढ़े चलो बढ़े चलो।
खुद को शर्मिंदा न होना पड़े खुद को शर्मिंदा न होना पड़े
माँ भारत की शान बढ़े मेरे देश में हो खुशहाली, माँ भारत की शान बढ़े मेरे देश में हो खुशहाली,
प्यार भरी बात करें। प्यार भरी बात करें।
किस ओर चली गयी मानव प्रवृत्ति, सुखमय जीवन से विलासी निवृत्ति। किस ओर चली गयी मानव प्रवृत्ति, सुखमय जीवन से विलासी निवृत्ति।
बेलगाम, बेपरवाह अलमस्त, सिरफिरी सी मैं, अपने ही उठाये सवालों के जवाब ढूंढती मैं, बेलगाम, बेपरवाह अलमस्त, सिरफिरी सी मैं, अपने ही उठाये सवालों के जवाब ...